Wednesday, December 28, 2011

आई हेट टियर्स

ये क्या हुआ, कैसे हुआ, कब हुआ, क्यों हुआ अरे छोड़ो ये न पूछोवाकई में बेबाक अन्दाज, रूमानी चेहरा और बेहतरीन अदाकारी के धनी काका ऊर्फ राजेश खन्ना नाजाने कब बॉलीबुड के आका बन बैठे पता ही नही चला। सत्तर के दशक के पहले सुपरस्टार के रूप में बॉलीवुड को ऐसा नायाब हीरा मिला जिसकी चमक इस दशक में भी कायम है।

24 वर्ष की उम्र से ही अपने जबरदस्त अभिनय का हुनर दिखाने वाले राजेश खन्ना का जन्म 29 दिसम्बर 1942 को अम्रतसर मे हुआ था। कहते है कि नाम मे क्या रखा है, लेकिन पंजाब में जन्मे जतिन खन्ना को असल पहचान राजेश खन्ना नाम से ही मिली है। जहाँ एक तरफ बॉलीवुड में गॉडफादर का सिक्का चलता है वही राजेश खन्ना ने आल इण्डिया टेलेन्ट हंट को जीतकर हिन्दी सिनेमा में अपने दम पर मुकाम हासिल किया है।

बाव्य नेक्स डोर कहे जाने वाले राजेश खन्ना ने वर्ष 1966 में आखिरी खतसे बॉलीवुड में आगाज़ किया। सन् 1967 में औरत, राज ,बहारों के सपने जैसी कई फिल्मों ने उनके अरमानो पर पानी फेरा। पर कहते हैं कि मन के हारे हार है, और मन के जीते जीत’, राजेश खन्ना ने उम्मीद का दामन नहीं छोड़ा और आखिरकार वर्ष 1969 में रिलीज हुई फिल्म आराधना में राजेश खन्ना को नायाब मौका मिला जिसने उन्हें रातों रात शाइनिग स्टार बना दिया। इस फिल्म के बाद उन्होनें कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 1969 में इत्तेफाक, दो रास्ते ,1970 में सफर, सच्चा झूठा, कटी पंतग आन मिलो सजना, 1971 में कटी पंतग, आनन्द, हाथी मेरे साथी , 1972 में अमर प्रेम, अपना देश, बावर्ची, दुश्मन, 1973 में नमक हराम, दाग, आविष्कार और 1974 में आपकी कसम, प्रेम नगर, रोटी जैसी कई हिट फिल्मों का सेहरा बालीवुड के काका के सर बँधा।

सत्तर के दशक के इस दौर में राजेश खन्ना एक के बाद एक स्टारडम की सीढ़िया चढ़ते चले गये। शायद यही कारण था सुन्दर सालोने वाले इस रोमेन्टिक चेहरे पर लड़कियाँ अपनी जान निसार करती थी। दिलकश अन्दाज वाले राजेश खन्ना का सुरूर उनकी फीमेल फैन्स पर इस कदर छाया रहता था कि वह अपने खून से उन्हें खत लिखा करती थी। लाखों हसीनाओं के ड्रीम ब्वाय बन चुके राजेश खन्ना के रोमान्स के किस्सों ने भी काफी सुर्खिया बटोरी थी। फैशन डिजाइनर और अभिनेत्री अन्जू महेन्द्रु के साथ सत्रह साल और टीना मुनीम के साथ सम्बन्धो ने भी बॉलीवुड के गलियारों में काफी सनसनी मचाई थी ,लेकिन सुपरस्टार बन चुके राजेश खन्ना बाबी गर्ल डिम्पल कपाडिया के हाथों दिल हार बैठे और 1973 में यह जोड़ी शादी के बन्धन में बँध गयी। हालाकि दोनों जिन्दगी का सफर तय करने में नाकाम रहे । टिविकल और रिकी खन्ना के माँ बाप बनी यह जोड़ी अब साथ नहीं है।

प्यार और रोमान्स के साथ दर्द के एहसास को जिन्दादिली के साथ पर्दे पर जीना इसकी बानगी अगर कही दिखती है तो वह है राजेश खन्ना !! फिल्म आनन्द में एक लाइलाज बीमारी लिम्फोसारकोमा आफ इन्टस्टाईनस से पीड़ित किरदार को निभाकर राजेश खन्ना ने बेहतरीन अभिनय की मिशाल पेश की । जिन्दगी को जिन्दादिली से जीने वाले राजेश खन्ना को सन् 1971 में इस फिल्म के लिए फिल्म फेयर के बेस्ट एक्टर के खिताब से नवाज़ा गया। फिल्म सच्चा झूठा (1971) और आविष्कार (1973) समेत फिल्म फेयर के लाइफ अचीवमेंट अवार्ड(2005) से सम्मानित किये जाने वाले इस रोमेन्टिक हीरो ने अपनी बेहतरीन अभिनय के दम पर आने वाली पीढ़ियों के लिए माल का पत्थर साबित किया है।

वैसे तो राजेश खन्ना ने अपने फिल्मी सफर में कई अदाकाराओं के साथ काम किया है लेकिन शर्मिला टैगोर और मुमताज जैसी अभिनेत्रियों के साथ उनकी जोड़ी को सबसे ज्यादा सराहा गया । रूपहले परदे पर हिरोईनों के साथ हिट जोड़ी बनाने वाले राजेश खन्ना की किशोर कुमार के साथ भी उम्दा जोड़ी के रूप में उभरकर सामने आयी। रोमेन्टिक हीरो राजेश खन्ना के साथ किशोर कुमार की जुगलबन्दी ने हिन्दी सिनेमा को कई बेहतरीन और यादगार गानों की सौगात दी। जिनमें से, आते जाते खूबसबरत, मेरे सपनों की रानी, ओ मेरे दिल के चैन, प्यार दीवाना होता है, जिन्दगी का सफर, रूप तेरा मस्ताना, कोरा कागज था ये मन मेरा, कुछ तो लोग कहेगें जैसे कई बेहतरीन नगमों ने राजेश खन्ना के फिल्मी करियर में चार चाँद लगा दिए।

कामयाबी के अर्श पर पहुँच चुके राजेश खन्ना का फिल्मी करियर 80 के दशक के बाद ढलान पर आने लगा। लगभग डेढ़ दशक तक हिन्दी सिनेमा पर अपना परचम लहराने वाले राजेश खन्ना ने राजनीति में भी कदम रखा । सन् 1991 से 1996 के बीच नई दिल्ली से काग्रेस के लोकसभा सांसद रहे राजेश खन्ना को राजनीति कुछ रास नहीं आयी। राजेश खन्ना ने फिल्म खुदाई (1994) से अपनी फिल्मी पारी की शुरूआत की, जो आ अब लौट चले(1999), क्या दिल ने कहा(2002) और जाना (2006) फिल्म से उनका फिल्मी सफर अब भी जारी है। अलहदा अन्दाज वाले राजेश खन्ना का जादू बड़े परदे से लेकर छोटे परदे पर भी छाया रहा। सन् 2001 और 2002 में राजेश खन्ना ने अपने पराये, इत्तेफाक’, ‘रघुकुल रीति सदा चली आई जैसे कई सीरियल में काम किया है।

बॉलीवुड में कामयाबी और शोहरत की बुलन्दियों पर अपना एक अलग ही मुकाम हासिल करने वाले राजेश खन्ना को उनके जन्मदिन के इस मुबारक मौके पर यही दुआ देना चाहेगें

आप वो फूल हो जो गुलशन में तो नही खिलते

पर जिसपे आसमान के फ़रिश्ते भी फ्रक करते

आपकी जिन्दगी हद से ज़्यादा कीमती है

जन्म दिन आप हमेशा मनाएँ यूँ ही हँसते हँसते”….