Sunday, October 10, 2010

क्यों हो गया ना प्यार !!

"चेहरा क्या देखते हो, दिल में उतर कर देखो ना " मुझे तोह हो गया .... आपको भी हो गया होगा । रूकिये - रूकिये मैं यहाँ पर प्यार की परिभाषा नहीं समझ रही हूँ ।
हम बात कर रहे है .. "सामन्य धन खेल " का मतलब "cwg" की । अगर आप सब ने इसकी " opening ceremony " देखी होगी तोह जरूर कायल हो गए होंगे । अगर हम अपनी बात कहे तोह ,हम तोह तहे दिल से इंतज़ार कर रहे थे ।
वैसे opening ceremony देख कर उन लोगो को अच्छा जवाब मिला होगा , जिन लोगो ने इंडिया की शान में चार चाँद की जगह चार दाग लगा दिए थे । इंडिया काबिल नहीं है .. दिल्ली अभी तैयार नहीं है , वगेराह वगेराह यहाँ तक की वेस्टर्न मीडिया ने भी काफी कुछ कहा और लिखा । लेकिन कहते है ना ,

" बुराई प्यार से अपनाओ , बोलकर नहीं करके दिखाओ "

और शायद वही हमने भी किया , अंतिम पलो में हमने अपनी बिगड़ी बात बना ही ली और उसका असर भी दिखा और जिन लोगो ने हमे गलत कहा , वही कुछ दिनों बाद हमे सही कहने लगे ।
रहमान का थीम सॉंग " यारो इंडिया बुला रहा है ", शिवानी कश्यप का गाना और अभिनव बिंद्रा का इंडिया को रेप्रेसेंट करना , और सबसे आकर्षण था चालीस करोर के हीलियम गुबारे , वाकई में काबिले तारीफ है । गेम तोह शुरू हो चुके है , और हमारे खिलाडी भी अपना बेस्ट दे रहे है , शूटिंग हो या कुश्ती या फिर तीरंदाजी हम हर जगह अच्छा कर रहे है । लेकिन जिस तरह हम क्रिकेट को महत्व देते है , उसी तरह हमे इसे भी देना चाहिये । कुछ दिनों बाद ये गेम ख़त्म हो जायेगे , लेकिन यह पल जरूर हमारी आँखों में बस जायेगे
चलते चलते इतना कहना चाहती हूँ की ...

बहुत
दुख होता है , जब हमारे देश की बुराई की जाती है , और जिन लोगो ने बुराई की उन्हें शायद भारत के गरीबी चेहरे ज्यादा दिखाई दिए , पर शायद उन्हें अमीरी दिल नजर नहीं आये । लेकिन कहते है ना रात गयी बात गयी ,अब हमे सिर्फ अपना बेस्ट देना है और अगले cwg की मेजबानी लेने के लिए अपनी गलतियों में सुधार करना है ।
यह लाइन "हर भारतीय" के लिए
छाह गए हम गुरु
खेल हो गए शुरू ,
इधर , उधर या समुंद्र पार
क्यों हो गया प्यार !!