Friday, September 10, 2010

WHT A ATTITUDE


इन्तजार मेरी सुबहो को , मेरी शामो को इन्तजार अरे रूकिये में यहाँ किसी प्रेमी के इन्तजार की बात नहीं कर रही हूँ , बल्कि हमारी क्लास्सेस शुरू होने में जो लेट हुई उस इन्तजार की बारे में बात कर रही हूँ। खैर देर आये दुरुस्त आये । हमारी क्लास्सेस इक अछे से अस्सिघ्न्मेंट से शुरू हुई , जिसका नाम attitude था । अगले दिन सभी लोगो ने अपना अपना अंदाज ए बया किया ।
सभी ने अपनी बातें कही , लेकिन उस क्लास में मैंने इक नयाएहसास किया और वह था , कुछ नया कर दिखाने का और जिसकी शुरुआत इस अस्सिग्न्मेंट से हो चुकी थी । यह हो सकता है की हमे अपनी उस दिन अपनी बातो से संतुस्ती न मिली हो , लेकिन इक नया कांफिडेंस जरूर जग गया और यह भी इक... attitude है। नयी क्लास , नए सुब्जेज्ट और नयी सोच के साथ हम अपनी नयी पारी कहलने की तयारी में है , जो पिछली क्लास में गुम था ।
इस छोटे से अस्सिग्न्मेंट को कर के मैंने जो महसूस किया वह था नया कांफिडेंस और कुछ करने की नयी सोच और कहते भी है न " जहा चाह वह राह "। देखा जाय तोह ये भी इक attitude है । जिस तरह हम अपने पास्ट को भुलाकर अपने आज को सुधारने की कोशिश करते है , टीख उसी तरह हम इस बार इक नयी सोच के साथ तैयार हुए है ।
तोह चलिए " रिश्ता वही सोच नयी " के साथ इक नए पथ पर आगे बढे ।

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